डीआरआई की बड़ी कार्रवाई, चेन्नई में ₹6.26 करोड़ का लाल चंदन जब्त

Sun 14-Dec-2025,11:46 PM IST +05:30

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डीआरआई की बड़ी कार्रवाई, चेन्नई में ₹6.26 करोड़ का लाल चंदन जब्त
  • डीआरआई ने चेन्नई में संगठित लाल चंदन तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 6.26 करोड़ रुपये मूल्य का 15 एमटी प्रतिबंधित चंदन जब्त किया।

  • HDPE पैकिंग में ‘घरेलू सामान’ के रूप में छिपाकर दिल्ली के रास्ते निर्यात की योजना बनाई गई थी, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया।

  • CITES और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित लाल चंदन की तस्करी में चार आरोपी गिरफ्तार, आगे की जांच जारी।

Tamil Nadu / Chennai :

चेन्नई/ 14 दिसंबर, 2025 राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित लाल चंदन की संगठित तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया है। इस कार्रवाई में 15 मीट्रिक टन (एमटी) लाल चंदन जब्त किया गया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 6.26 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।

गुप्त सूचना के आधार पर समन्वित कार्रवाई

डीआरआई अधिकारियों को खुफिया सूचना मिली थी कि चेन्नई और उसके आसपास के क्षेत्रों में अलग-अलग गोदामों में बड़ी मात्रा में लाल चंदन छिपाकर रखा गया है। इस खेप को चेन्नई से दिल्ली के रास्ते विदेश भेजने की तैयारी की जा रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद डीआरआई ने 9 से 11 दिसंबर 2025 के बीच तीन स्थानों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया।

ग्रेड-ए क्वालिटी के लट्ठे बरामद

तलाशी के दौरान एक स्थान से ग्रेड-ए गुणवत्ता के 169 लाल चंदन के लट्ठे बरामद किए गए, जिनका कुल वजन 5.55 एमटी था। इनमें से 76 लट्ठों को सफेद HDPE पैकिंग सामग्री में लपेटकर ‘घरेलू सामान’ के रूप में छिपाया गया था। इन्हें ट्रक में लादकर अवैध रूप से दिल्ली भेजने की तैयारी चल रही थी।

सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत अवैध निर्यात के उद्देश्य से रखे गए माल और उसके साथ प्रयुक्त कवर सामान को तत्काल जब्त कर लिया गया।

तीन जगहों से कुल 15 एमटी लाल चंदन जब्त

अन्य दो स्थानों से लट्ठों, जड़ों और फर्नीचर के रूप में 9.55 एमटी लाल चंदन बरामद किया गया। इस प्रकार, कुल मिलाकर 15 एमटी प्रतिबंधित लाल चंदन डीआरआई की कार्रवाई में जब्त किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह चंदन उच्च मांग वाले अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए तैयार किया गया था।

कानूनी स्थिति और पर्यावरणीय महत्व

लाल चंदन (Pterocarpus santalinus) एक अत्यंत दुर्लभ और संरक्षित प्रजाति है। यह CITES के परिशिष्ट-II और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-IV में सूचीबद्ध है। इसके निर्यात पर भारत की विदेश व्यापार नीति के तहत पूर्ण प्रतिबंध है। इसकी अवैध तस्करी न केवल आर्थिक अपराध है, बल्कि देश की जैव विविधता के लिए भी गंभीर खतरा मानी जाती है।

चार आरोपी गिरफ्तार, नेटवर्क की जांच जारी

डीआरआई ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें

  • तस्करी नेटवर्क का मुख्य संचालक,

  • लाल चंदन की पैकिंग और परिवहन में शामिल दो सहयोगी,

  • और आपूर्तिकर्ता पक्ष का एक बिचौलिया शामिल है।

अधिकारियों के अनुसार, इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों और संभावित विदेशी कनेक्शन की जांच की जा रही है।

डीआरआई का कड़ा संदेश

डीआरआई ने स्पष्ट किया है कि वह भारत की आर्थिक सीमाओं और जैविक संपदा की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। एजेंसी ने कहा कि पर्यावरणीय अपराधों और संगठित तस्करी के खिलाफ कार्रवाई भविष्य में भी इसी सख्ती से जारी रहेगी।